पुष्प विज्ञान।Oranamental
Horticulture ।
Landscape
Gardening
इस विभाग के अन्तर्गत शोभायमान पौधे तथा वृक्षों के उंगाने में आवश्यक कृषि क्रियाओं का अध्ययन किया जाता है। इसे मनाया औधानिकी या अलंकृत औद्यानिकी या अलंकृत बागवानी (Oranamental Horticulture ) एवं दृश्य-भू बागवानी ( Landscape Gardening) आदि नामों से जाना जाता है । ऐसे स्थानों पर जहाँ कि भूमि को सुन्दर पौधों तथा वृक्षों को उगाकर अलंकृत या सजाया जाता है, शोभा उद्यान या अलंकृत उद्यान (Ornamental Garden), पुष्पोद्यान (Flower Garden), पार्क (Park), वाटिका या कुँज (Garden) कहा जाता है। प्रकृति के मनोरम दृश्यों का अनुकरण करना ही इस विभाग का प्रमुख लक्ष्य है। अतः सुन्दरता प्रदान करने की दृष्टि से पुष्पीय पौधों, झाड़ियों, लताओं तथा वृक्षों का अध्ययन किया जाता है । ऐसी तकनीक जो इनके विकास में आवश्यक है, जैसे पौध रोपण, पौध प्रवर्धन, कटाई-छटाई एवं सधाई, उचित पौधों का चुनाव आदि इसी विभाग के विषय हैं । स्वस्थ मनोरंजन उपलब्ध हो इस दृष्टिकोण से किसी भी स्थान को योजनाबद्ध तरीके से सजाने या सँवारने के लिए योजना और विन्यास अनिवार्य अंग हैं । विन्यास करने के कुछ आधारभूत नियम होते हैं, जिनका अध्ययन इस विभाग के अन्तर्गत प्रमुखता से किया जाता है । कृत्रिम फुहारे, जल प्रपात, जल उद्यान, जलाशय, शैल उद्यान, पौढ़ियाँ (Terraces), वृक्षावली, छायादार स्थल, सुन्दर मौसमी पुष्पों एवं झाड़ियों की पट्टियाँ, हरियाली (Lawn) आदि कार्यों को करने की कला एवं तकनीक, पुष्प विज्ञान (Floriculture) के अन्तर्गत ज्ञात की जा सकती हैं। इस विषय के ज्ञाता को पुष्प विशेषज्ञ या फ्लॉरिकल्चरिस्ट (Floriculturist) कहते हैं ।
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